अंगूठे में पहनें चांदी का छल्ला, चमक उठेंगे भाग्य के सितारे

पं. गजेंद्र शर्मा, ज्योतिषाचार्य

वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह का संबंध भौतिक सुख-सुविधाओं, भोग-विलासपूर्ण जीवन, ऐशो-आराम, प्रेम, यौन सुख और लग्जरी लाइफ से होता है। जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत होता है, उसे ये सब सुख आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन जिसकी कुंडली में शुक्र खराब अवस्था में हो वह इन सुखों से वंचित रहता है। बात यदि हस्तरेखा शास्त्र की करें तो इसमें प्रत्येक अंगुली और अंगूठा किसी न किसी ग्रह से जुड़ा हुआ है। इसमें अंगूठा शुक्र का प्रतिनिधित्व करता है। अंगूठे के नीचे का पूरा भाग शुक्र पर्वत कहलाता है। इसलिए ग्रह विशेष की अनुकूलता पाने के लिए उससे संबंधित रत्न की अंगूठी उससे जुड़ी अंगुली में धारण की जाती है। यहां अभी हम केवल शुक्र ग्रह की बात कर रहे हैं, क्योंकि शुक्र यदि ठीक है तो व्यक्ति को जीवन में किसी वस्तु का अभाव नहीं रहेगा। 


हस्तरेखा शास्त्र में अंगूठे को शुक्र से संबंधित माना गया है। इसका प्रभाव व्यक्ति के भौतिक जीवन पर पूरी तरह दिखाई देता है। इसलिए अंगूठे से जुड़े ज्योतिष उपाय आसानी से समस्त प्रकार की भौतिक सुख-सुविधाएं प्रदान कर सकते हैं। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है शुक्र का अच्छा या बुरा फल बहुत हद तक कुंडली में इसके मित्र और शत्रु ग्रहों की स्थितियों पर निर्भर करता है। शनि (धन से जुड़ा), बुध (बौद्धिक क्षमता, छठी इंद्रीय पर प्रभाव) और राहु (रोग-व्याधि या स्वास्थ्य समस्याओं के लिए जिम्मेदार) इसके मित्र ग्रह हैं। अगर ये तीनों खराब स्थिति में हैं, तो शुक्र बुरा फल दे सकता है तथा व्यक्ति को धन, बुद्धि और स्वास्थ्य से जुड़ी परेशानियां आती रहती हैं। इनके अलावा मंगल और बृहस्पति की स्थिति भी शुक्र के अच्छे और बुरे प्रभावों के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। शुक्र यदि कुंडली में नीच का है तो बुरे प्रभाव देता है और अति उच्च का है तो व्यक्ति को व्याभिचार बना सकता है। शुक्र का प्रभाव निजी जीवन और रिश्तों पर भी पड़ता है। अगर शुक्र खराब हो तो आपके पारिवारिक जीवन में हमेशा कोई ना कोई परेशानी बनी रहेगी। अगर महसूस हो कि आपकी लव लाइफ या विवाहित जीवन खराब चल रहा है, तो समझिए आपका शुक्र खराब है।

यह है शुक्र को अनुकूल करने का उपाय
शुक्र ग्रह की पसंदीदा धातु चांदी और प्लेटिनम है। शुक्र की अनुकूलता प्राप्त करने के लिए ज्योतिषीय उपचारों में चांदी या प्लेटिनम का छल्ला पहनना प्रमुख है। हाथ में शुक्र से संबंधित अंगूठा होता है, इसलिए चांदी या प्लेटिनम से बना छल्ला अंगूठे में धारण करें इससे शुक्र ग्रह के बुरे प्रभाव समाप्त होंगे। शुक्र नीच स्थिति में है और आपको बुरी तरह प्रभावित कर रहा हो, या उच्च स्थिति में, ये धातुएं केवल इसके शुभ फलों को ही आप तक आने देती हैं और शुक्र के कारण आपके जीवन में आने वाली नकारात्मक ऊर्जा को आपसे दूर रखती है। इसलिए जब भी लगे जीवन में बड़ी परेशानियां आने लगी हैं तो चांदी या प्लेटिनम का छल्ला शुक्र के मंत्र से अभिमंत्रित करके जरूर धारण करें।

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