18 अप्रैल से शनि होंगे वक्री

छह राशि की खुलेगी लॉटरी, चार राशि वाले रहें सावधान!

पं. गजेंद्र शर्मा, ज्योतिषाचार्य

वैशाख शुक्ल तृतीया 18 अप्रैल 2018 को प्रातः 7 बजकर 20 मिनट से भाद्रपद कृष्ण एकादशी 6 सितंबर 2018 को सायं 4 बजकर 44 मिनट तक शनि धनु राशि में वक्री रहेंगे। शनि के वक्री होने पर व्यक्ति को अपनी महत्वाकांक्षाओं एवं असीमित इच्छाओं पर अंकुश लगाना चाहिए। क्योंकि शनि के वक्रत्व काल में व्यक्ति असुरक्षित, अंतर्विरोधी, असंतोषी, अशांत एवं अनात्मीयता का अनुभव करता है। ऐसे में उसके आत्मविश्वास में कमी आ जाती है तथा अपने शक्की स्वभाव के कारण अपने प्रियजनों को ही अपना शत्रु बना बैठता है। शनि के वक्री होने पर व्यक्ति आत्मकेंद्रित होकर स्वार्थी बन जाता है।


जन्मस्थ वक्री शनि वाले जातक भाग्यवादी होते हैं तथा ऐसा मानते हैं कि उनके प्रत्येक क्रिया कलाप किसी अदृश्य शक्ति से प्रभावित हैं। वे एकांतवादी होकर अपने सहयोगियों, मित्रों, रिश्तेदारों, परिजनों से किनारा कर लेते हैं एवं अपनी जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाह रहते हैं। ऐसे व्यक्ति उपर से साहसी, सिद्धांतवादी एवं कठोर अनुशासनप्रिय होने का दिखावा करते हैं लेकिन भीतर से खोखले, डरपोक व लचीले स्वभाव के होते हैं।

आइये जानते हैं 18 अप्रैल से 142 दिनों के लिए वक्री हो रहे शनि किस राशि पर क्या प्रभाव दिखाने वाले हैं। 

शनि तुला राशि में उच्च का होता है और मेष राशि में नीच का। मकर और कुंभ इसकी अपनी राशियां हैं। शनि के मित्र ग्रह हैं बुध, शुक्र, राहु, केतु और शत्रु ग्रह हैं सूर्य, चंद्र, मंगल। गुरु के साथ इसका सम व्यवहार होता है। वर्तमान में शनि बृहस्पति की राशि धनु में गोचर कर रहे हैं और इसी राशि में वक्री होने जा रहे हैं।

छह राशि वालों की खुलेगी लॉटरी

मित्र ग्रहों की राशियों मिथुन-कन्या, वृषभ-तुला और स्वयं की राशि मकर-कुंभ के लिए शनि का वक्री होना कई तरह की सौगातें लेकर आ सकता है। इन छह राशि वाले जातकों के लिए 18 अप्रैल से 142 दिनों के समय में भाग्योदय के कई अवसर मिलेंगे, लेकिन उन अवसरों को पहचानना होगा। अन्यथा मौका हाथ से निकल जाएगा। इन छह राशि वालों के संपत्ति खरीदने के योग बनेंगे। यदि अब तक भूमि, भवन खरीदने के कार्य टलते आ रहे हैं तो इन 142 दिनों में वे सारे कार्य बिना किसी बाधा के संपन्न हो सकेंगे। हालांकि इन राशि वालों को यह ध्यान रखना होगा कि इनकी किस्मत इन्हें सातवें आसमान पहुंचा देगी तो भी इन्हें अपने पैर जमीन पर ही जमाए रखना होंगे। अर्थात सफलता का घमंड हावी नहीं होना चाहिए, वरना आप अपने परिजनों, प्रिय मित्रों और सहयोगियों से दूर हो जाएंगे। इन राशि वालों को अचानक कहीं से धन प्राप्त होगा। कोई बड़ा प्रोजेक्ट कोई योजना हासिल होगी। इन राशि के विद्यार्थी विदेश यात्रा करेंगे। इनकी परेशानियों में इस दौरान कमी आएगी।

चार राशि वाले रहें सावधान

शत्रु ग्रहों की राशियों सिंह, कर्क, मेष-वृश्चिक के लिए शनि का वक्री होना परेशानियां बढ़ाने वाला साबित हो सकता है। इन चार राशि वाले जातक अब तक जिन संकटों से घिरे हुए हैं उनसे बाहर निकलने का रास्ता फिलहाल नजर नहीं आएगा। इन राशि वालों की जन्मकुंडली में यदि शनि वक्री है तो और भी दिक्कत वाली बात है। इन लोगों को बीमारियों पर बेतहाशा पैसा खर्च करना पड़ेगा। वाद-विवाद की स्थितियां बनेगी। वाहन दुर्घटना की आशंका रहेगी। व्यापारियों को धन हानि, नौकरीपेशा व्यक्तियों की नौकरी छूट सकती है। दांपत्य जीवन और मानसिक स्थिति में भी वक्री शनि डिस्टर्बेंस पैदा करेगा। शनि के प्रकोप से बचने के लिए इन राशि वाले जातकों के लिए यह अत्यंत आवश्यक होगा कि वे बुरे कर्मों से दूर रहें। किसी की बुराई में लगें। सत्कर्म करने वालों से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।

दो राशियों को मिलाजुला फल मिलेगा

शनि के सम ग्रह बृहस्पति के आधिपत्य में आने वाली दो राशियों धनु और मीन के जातकों के लिए वक्री शनि का मिलाजुला असर होगा। कठोर परिश्रम से इन राशि के जातक सफलता अर्जित कर लेंगे, लेकिन ध्यान रहे आलस्य और नकारात्मकता को अपने उपर हावी न होने दें। स्वयं को किसी न किसी कार्य में लगाए रखेंगे तो शनिदेव प्रसन्न होंगे।

हमारे यूट्यूब चैनल को भी विजिट करें :  www.youtube.com/vedictree