आयु रेखा पर बना तारा कम कर देता है उम्र

पं. गजेंद्र शर्मा, ज्योतिषाचार्य

क्या आप जानते हैं आपकी हथेली में मौजूद एक छोटे से छोटे चिन्ह भी बड़ा महत्व रखता है। कोई भी चिन्ह भले ही वह छोटा ही क्यों न हो, उसके पीछे कई गहरे राज छुपे होते हैं। हस्तरेखा के जानकार इन चिन्हों का सही परीक्षण करके आपके भविष्य की परतें खोल सकते हैं। वर्ग, तारा या नक्षत्र, त्रिभुज जैसे कई चिन्ह होते हैं जो व्यक्ति  के भविष्य की सूचनाएं देते हैं। 


आज बात करते हैं हथेली में मौजूद तारा या नक्षत्र चिन्ह की। यह हथेली में जिस पर्वत, रेखा और स्थान पर होता है उसके अनुसार व्यक्ति  के जीवन में घटनाएं होती हैं।

1. तर्जनी अंगुली के नीचे गुरु पर्वत होता है। यदि गुरु पर्वत पर तारा बना है तो ऐसे व्यक्ति  को किसी भी क्षेत्र में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। सफलता उसके कदम चूमती है और धन, मान, पद, प्रतिष्ठा उसे सहज ही प्राप्त हो जाती है। उसके जीवन में सदा उन्न्ति होती रहती है। समाज में सम्मान पाता है और उसके जीवन में कोई कमी नहीं रहती है।

2. मध्यमा अंगुली के तल में होता है शनि पर्वत। शनि पर्वत पर तारा चिन्ह है तो ऐसा व्यक्ति  कम आयु में ही भाग्यवान बन जाता है। ऐसे व्यक्ति  एक बार जिस लक्ष्य की ओर चल पड़ते हैं, उसे समय से पहले पा लेते हैं। उनके मार्ग में कोई बाधा नहीं आती और वे जीवन में पूर्ण यश और सम्मान पाने में सफल होते हैं।

3. अनामिका अंगुली के नीचे स्थित सूर्य पर्वत पर बना तारा या नक्षत्र का चिन्ह जीवन में अपार धन की सौगात लाता है। ऐसे व्यक्ति  के पास धन के भंडार भरे रहते हैं। भौतिक रूप से वह जीवन का हर सुख पाता है। शारीरिक और मानसिक रूप से भी वह पूरी तरह स्वस्थ और सुखी रहता है।

4. कनिष्ठिका अंगुली के नीचे स्थित बुध पर्वत पर यदि तारा बना हो, तो ऐसा व्यक्ति  सफल व्यापारी बनता है। ऐसे जातक योजनाएं बनाने में परम कुशल होते हैं और उनकी योजनाएं हमेशा शुभ फलीभूत होती हैं। ऐसे व्यक्ति  सफल कवि और साहित्यकार बनते भी पाए गए हैं।

5. अंगूठे के नीचे का भाग शुक्र पर्वत कहलाता है। शुक्र पर्वत पर तारे का चिन्ह व्यक्ति  को भोगी बनाता है। उसे अत्यंत सुंदर और स्वस्थ पत्नी मिलती है, इसके बाद भी उसके अनेक स्त्रियों के साथ संबंध रहते हैं।

6. यदि स्वास्थ्य रेखा पर तारे का चिन्ह हो तो व्यक्ति  का स्वास्थ्य हमेशा कमजोर बना रहता है। उसे जीवन भर कोई ना कोई बीमारी घेरे रहती है और उसकी मृत्यु भी अत्यंत दुखदायी परिस्थितियों में होती है।

7. आयु रेखा पर बना तारा चिन्ह अत्यंत अशुभ होता है। ऐसे जातक की मृत्यु उसके यौवनकाल में ही होती देखी गई है।

8. यदि मंगल रेखा पर तारे का चिन्ह हो तो वह व्यक्ति   झगड़ालु प्रवृत्ति का होता है। उसकी हत्या होने का अंदेशा रहता है।

9. विवाह रेखा पर तारे का चिन्ह हो तो ऐसे जातक का विवाह देर से और ढेर सारी बाधाओं के बाद ही हो पाता है। इसके बावजूद वह विवाह का सुख नहीं उठा पाता और उसका पूरा गृहस्थ जीवन दुखमय ही रहता है।

10. तर्जनी उंगली पर बना नक्षत्र का चिन्ह हर प्रकार से शुभ माना गया है। यह जीवन में समस्त प्रकार की शुभता का संकेत देता है।

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